SantaBanta Universal Humour for March 28, 2014 Posted: 27 Mar 2014 11:30 AM PDT Bill wasn't a very good golfer, but he sure dressed like one. He had a wicked slice that prevented him from ever reaching the green in two strokes, but on the day of the company golf tournament, no one could deny that he looked pretty sharp on the tee. That day, as usual, Bill sent his first drive deep into the woods.
"You'll never hit it out of there," his friends insisted.
"As God is my witness, I'm gonna make the green in two if it kills me," Bill replied.
With that, he smacked the ball as hard as he could. It hit the tree in front of him and came straight back, and hit him right between the eyes and he died.
When Bill appeared at the pearly gates, St. Peter looked at him and said, "Well, I can see by your outfit that you're a golfer! Are you any good?"
Bill replied, "I got here in two, didn't I?" | | | | | | | | A teenager, who had just received her learner's licence for driving, offered to drive her parents to church. After a hair-raising ride, they finally reached their destination.
"Thank you!" said the mother as she got out of the car and breathed a sigh of relief.
"Anytime," her daughter replied.
As the mother closed the door she said, "I wasn't talking to you. I was talking to God." | | Once a father beats up his son and when son starts crying father says sorry.
Son says: Take a piece of paper. Crumble it. Fold it. Now open it and say 'sorry' to it. Are the scars on the paper gone?
Dad says: Take my scooter and try to start. does it start? Nahin naa. Now give it 3-4 kicks. Now does it start? Hua na. Saale tu wahi scooter hai, koi paper nahi. Aage se ye Facebook/WhatsApp wala gyaan apne baap ko mat dena. | | | | | | | | चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, जब मैं अपनी कार की चाबी कार के अंदर भूल जाता हूँ तो मैं बजाये इसके कि सर्विस सेंटर वालों को बुलाऊँ मैं खुद ही कपडे सुखाने वाले हेंगर के तार से कार का दरवाज़ा खोलने की तब तक कोशिश करता रहूँगा जब तक कि दरवाज़े का ताला पूरी तरह से खराब नहीं हो जाता या मैं पूरी तरह से पस्त नहीं हो जाता।
चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, अगर मेरी कार ठीक से स्टार्ट नहीं होती तो मैं उसका बोनट खोल कर उसके इंजन में तांक-झांक करता हूँ। इस बीच कहीं से कोई दूसरा पुरुष प्रकट होता है और वो भी इंजन में इधर-उधर हाथ लगा कर देखता है, फिर हममें से कोई एक बोलता है कि मैं इन चीज़ों को बड़े आराम से ठीक कर लेता था पर आज कल सारी चीज़ें कम्प्युटराइज़ आ रहीं हैं तो पता ही नहीं चलता कि कहाँ से शुरू करूँ और फिर आखिरकार हम मैकेनिक का इंतज़ार करते हैं।
चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, अत: घर में अगर कोई उपकरण खराब हो जाता है तो मैं उसे तुरंत खोल कर ठीक करने बैठ जाता हूँ। जबकि मेरे पुराने अनुभवों में मेरे द्वारा खोले गए उपकरण कभी ठीक नहीं हुए बल्कि हमेशा मैकेनिक ने उसे ठीक करने के लिए दोगुणा पैसे वसूलें हैं क्योंकि छोटी सी खराबी को मैं बहुत बड़ा देता हूँ।
चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, अत: टीवी देखते हुए रिमोट कंट्रोल हमेशा मेरे हाथ में ही होना चाहिए। हाँ, यह अलग बात है कि मुझे चैनल बदलने के लिए इज़ाज़त लेनी पड़ती है।
चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, इसलिए मुझे किसी से रास्ता पूछने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं समझता हूँ कि मैं कभी रास्ता भूल ही नहीं सकता। चाहे इस चक्कर में मैं कितना भी खो जाऊं।
चूँकि मैं एक पुरुष हूँ और यह इक्कीसवीं सदी है अत: घेरलू कार्य में मैं तुम्हारा बराबर का हाथ बटाऊंगा। तुम कपडे धोना, खाना बनाना, घर की सफाई करना और घर के लिए शॉपिंग करना बाकी का सारा काम मैं अख़बार पढ़ते या टीवी देखते निपटाऊंगा! | | | | | | | | एक आदमी की मौत हो गयी और उसे अपने कर्मों की कारण नर्क की प्राप्ति हुई। उसने वहाँ जाकर देखा कि हर देश के लिए अलग-अलग नर्क है।
वह सबसे पहले अमरीकन नर्क में गया और पूछा कि,"यहाँ आत्माओं को किस तरह पीड़ा दी जाती है।"
उसे बताया गया कि पहले तो वो आपको बिजली की कुर्सी के साथ बांध देते हैं, फिर उसमे करंट छोड़ दिया जाता है, फिर कीलों के बिस्तर पर नंगा लिटा दिया जाता है और फिर अमरीकन जल्लाद आता है और दिन भर कोड़े मारता है।
आदमी यह सुनकर बहुत भयभीत हो गया और आगे बढ़ गया। आगे जाकर उसने अलग-अलग देशों के सभी नर्क देखे लेकिन सभी जगह लगभग एक ही तरह की सजा दी जाती थी।
घूमते-घूमते वो आदमी आखिर कर भारतीय नर्क पहुंचा। वहाँ उसने देखा कि आत्माओं की लम्बी कतारें लगी हुई थी। हैरान होकर उसने वहाँ भी सजा के बारे में पूछा कि यहाँ किस प्रकार की सजा दी जाती है जो इतनी लम्बी कतार बना कर सब यही खड़े हुए हैं?
उसे बताया गया कि, "यहाँ सबसे पहले आपको बिजली की कुर्सी के साथ बांध देते हैं फिर उसमे करंट छोड़ दिया जाता है, फिर आपको कीलों के बिस्तर पर नंगा लिटा दिया जाता है और फिर भारतीय जल्लाद आता है और दिन भर आपको कोड़े मारता है।"
आदमी परेशान होकर बोला कि, "ऐसी ही सजा तो बाकी सारे देशों के नर्क में भी मिलती है पर वहाँ तो इतनी भीड़ नहीं है पर यहाँ इतनी भीड़ क्यों है?"
तो किसी ने उसकी परेशानी दूर की और उसे इसका कारण बताया कि, "क्योंकि यहाँ भीड़ के कारण बदहाली है, मैन्टेन्स भी ठीक नहीं है, बिजली भी आती नहीं जिस कारण करंट वाली कुर्सी काम में नहीं आती, कीलों वाले बिस्तर से लोग कीलें चुरा कर ले गए हैं और कोड़े लगाने वाले जल्लाद भी कम हैं और वो भी आकर अपनी हाज़िरी लगा कर कैंटीन में चले जाते हैं, जिस कारण यहाँ लोग बस चक्कर ही काटते रहते हैं और घर जैसा महसूस करते हैं!" | | | | | God made day light and called it Sun; God made entertainment and called it Fun; God made night light and called it Moon; God made a You and called it Cartoon. Happy April Fool! | | | | | | Pinky infuriated with his boyfriend's behaviour: I'd see him hanged first. Jeeto: Just marry him. and it won't be long before he'll hang himself! | | | | | | Boy: I've never such dreamy eyes. Girl: You've never stayed so late before! | | | | | Jab Bhi Aapko Lage Ki Ab Hum Aapke Achche Dost Nahi Rahe To... . . . . . . Ek Khinch Kar Chanta Maarna Apne Gaal Par. Zyada Hi Dimaag Chalane Lage Ho, Aaj Kal! | | | | A girl returned home from a party and told her mother a young man had kissed her. "How many times did he kiss you?" asked her mother. Looking up into his face, the girl replied: Mother, I came to confess, not to boast! | | | | God made day light and called it Sun; God made entertainment and called it Fun; God made night light and called it Moon; God made a You and called it Cartoon. Happy April Fool! | | | | संता डॉक्टर से: मेरी पत्नी की याददाश्त निहायत वाहियात है। डॉक्टर: हर बात भूल जाती है क्या? संता: नहीं जी, हर बात याद रखती है। | | | | प्रेमी-प्रेमिका एक सवाल पर लड़ पड़े। प्रेमिका बोली: कौन ज्यादा संतुष्ट है जिसके पास दस लाख रूपए हैं या जिसके पास दस बच्चे हैं? प्रेमी: जिसके पास दस बच्चे हैं। प्रेमिका: वह कैसे? प्रेमी: क्योंकि वह और की चाह नहीं करता। | | | | जीतो ने पप्पू को डांटते हुए कहा: घर में तरीके से रहा जाता है, तुम्हें मेरी हर बात माननी चाहिए। पप्पू ने सिर हिलाते हुए कहा: मैं समझ गया मम्मी, आगे से मैं भी वैसे ही रहूंगा, जैसे पापा रहते हैं। | | | | I'm all in favor of keeping dangerous weapons out of the hands of fools. Let's start with typewriters. | | | | If every fool wore a crown, we should all be kings. | | | | If all the fools in this world should die, lordly God how lonely I should be. | | | |
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