SantaBanta Universal Humour for March 25, 2014 Posted: 24 Mar 2014 11:30 AM PDT A peculiarly scary thing was happening in a hospital's ICU. Every Sunday, with unfailing regularity, patients on bed number 5 died at 11 AM.
This puzzled the doctors and some even thought that it had something to do with the supernatural. To investigate the cause of such bizarre incidents, the doctors and nurses decide to keep strict vigilance.
A few minutes before 11 AM, the part time Sunday sweeper arrived. Whistling cheerfully, he unplugged the life support system of bed nnumber 5 and put the plug of his vacuum cleaner in it place! | | A girl brought home a man who was naked except for a loincloth. He had a painted face, feathered headgear and a spear in one hand.
"Father I have married the type of man you always wanted me to marry."
One look at his son-in-law and the father recoiled in horror.
"I had asked you to marry a 'Rich Doctor' not a 'Witch Doctor'!" he sputtered. | | एक पार्टी में काफी मुफ्त का खाना खाने बहुत लोग घुस गए थे। यह देख मेजबान महिला परेशान हो गयी।
उसने अपने पति से कहा: मेहमान ज्यादा हैं, खाना कम! कैसे चलेगा?
पति ने कुछ देर सोचा और बोला कि मैं कुछ करता हूँ।
इतना कह कर वो बाहर गया और बोला: लड़के वालों की तरफ से जो लोग आए हैं, कृपया अलग खड़े हो जाएं।
करीब 50 लोग अलग खड़े हो गए।
इसके बाद उसने कहा: लड़की वालों की तरफ से जो आए हैं, कृपया वे भी अलग खड़े हो जाएं।
इस बार करीब 40 लोग अलग खड़े हो गए।
अब वह मुस्कुराते हुए बोला: कृपया आप सभी लोग बाहर निकल जाएं, क्योंकि यह हमारे बच्चे की बर्थडे पार्टी है! | | एक महाशय घबराए हुए घर आए और बीवी से बोले, "डार्लिंग, मैं आज दफ्तर से आ रहा था कि रास्ते में एक गधा...।"
इतने में उनकी बच्ची बोल उठी: मम्मी, रीटा ने मेरी गुड़िया तोड़ दी है।
पति ने फिर कहना शुरू किया: हां, तो मैं कह रहा था कि रास्ते में एक गधा...।
इतने में उनका लड़का बोला: मम्मी, रीटा ने मेरी कार तोड़ दी है।
बीवी झल्लाकर बोली: ईश्वर के लिए तुम सब चुप हो जाओ, मुझे पहले गधे की बात सुनने दो!
| | | | | पति: डार्लिंग, तुम्हारा नाम हाथ पे लिखूं या दिल पे? पत्नी: इधर-उधर क्यों लिखते हो, अगर सच्चा प्यार है तो सीधे अपनी प्रॉपर्टी के पेपर पर ही लिख दो!
शिक्षा: आज कल की पत्नियों के आगे ज्यादा स्टाइल नहीं मारना चाहिए! | | | | | | अड़ोसन: मेरे लड़के को कॉलेज में स्कॉलरशिप मिली है, मैं ख़ुशी से फूली नहीं समा रही। पड़ोसन: मेरा भी यही हाल था बहन, जब मेरे कुत्ते को डॉग शो में गोल्ड मैडल मिला था। | | | | | | संता बंता से: तुम इस ऑफिस में कब से काम कर रहे हो? बंता: जब से बॉस ने मुझे नौकरी से निकालने की धमकी दी है। | | | | | Teacher: Do you know as to why did the World Wildlife Fund choose the giant panda as their symbol? Pappu: Because they didn't have a colour printer! | | | | Girlfriend: Hey baby, What're your plans for the weekend? Boyfriend: Income Tax Returns. Girlfriend: Hey, first part kab release hua tha? Boyfriend: Jaa Meri, Maa. Tu Ghar Ja! Happy 31 March! | | | | Once Rajnikanth went to Switzerland and accidentally droped his wallet in a building. Since then, the place is popular for its "Swiss Bank"! | | | | पति: डार्लिंग, तुम्हारा नाम हाथ पे लिखूं या दिल पे? पत्नी: इधर-उधर क्यों लिखते हो, अगर सच्चा प्यार है तो सीधे अपनी प्रॉपर्टी के पेपर पर ही लिख दो!
शिक्षा: आज कल की पत्नियों के आगे ज्यादा स्टाइल नहीं मारना चाहिए! | | | | अड़ोसन: मेरे लड़के को कॉलेज में स्कॉलरशिप मिली है, मैं ख़ुशी से फूली नहीं समा रही। पड़ोसन: मेरा भी यही हाल था बहन, जब मेरे कुत्ते को डॉग शो में गोल्ड मैडल मिला था। | | | | मरीज़ व्यापारी: डॉक्टर साहिब, मेरी तबीयत बहुत ख़राब रहती है। खट्टे डकार आते हैं। कुछ खाने पीने का भी दिल नहीं करता। स्वभाव भी बहुत चीड़-चिड़ा सा हो गया है। कोई अच्छी सी दवा दे दो। डॉक्टर: आप को किसी दवा की जरूरत नहीं है। मरीज़ व्यापारी: वो क्यों? डॉक्टर: यह बीमारी सभी व्यापारिओं को अक्सर ३१ मार्च के नज़दीक लगती है। जल्दी से सारा टैक्स भरवा दो, यह सभी लक्षण खुद ही चले जाएंगे! शुभ 31 मार्च। | | | | Dysphoria is a state of feeling unwell or unhappy due to insomnia, depression or over-thinking. | | | | God made man stronger but not necessarily more intelligent. He gave women intuition and femininity. And, used properly, that combination easily jumbles the brain of any man I've ever met. | | | | I don't like that man. I must get to know him better. | | | | I write to escape... to escape poverty. | | | |
0 comments:
Post a Comment